प्रश्न: 1757 में प्लासी के युद्ध के लिए उत्तरदायी घटनाक्रमों का विवरण प्रस्तुत कीजिए। साथ ही, इसके ऐतिहासिक महत्व की भी विवेचना कीजिए।
Que. Present the details of the events responsible for the Battle of Plassey in 1757. Also, discuss its historical importance.
दृष्टिकोण:
(i) प्लासी के युद्ध का संक्षेप में वर्णन कीजिए और वाणिज्यिक संघर्ष से शुरू होने वाले उन घटनाक्रमों का विवरण प्रस्तुत कीजिए जिनके कारण वर्ष 1757 में युद्ध हुआ।
(ii) भारत पर ब्रिटिश विजय में सहायक रहे इस युद्ध के विभिन्न परिणामों पर प्रकाश डालते हुए, इस युद्ध के ऐतिहासिक महत्व की चर्चा कीजिए।
(iii) संक्षेप में उचित निष्कर्ष प्रस्तुत कीजिए।
परिचय:
1757 में प्लासी की लड़ाई भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी। यह युद्ध वर्ष 1757 में बंगाल के नवाब (सिराज-उद्-दौला) और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी (रॉबर्ट क्लाइव) के मध्य लड़ा गया। यह उन प्रमुख युद्धों में से एक था जिनके कारण बंगाल पर अंग्रेजों को विजय प्राप्त हुई। इस लड़ाई का ऐतिहासिक महत्व औपनिवेशिक प्रभुत्व को आकार देने और भारत के आगामी प्रक्षेप पथ को प्रभावित करने में निहित है।
युद्ध के लिए उत्तरदायी घटनाक्रम:
1. युद्ध के महत्वपूर्ण कारणों में से एक ईस्ट इंडिया कंपनी और नवाब के मध्य व्यापार के उपयुक्त संचालन के संदर्भ में होने वाला व्यावसायिक टकराव था क्योंकि कंपनी के अधिकारी अपने निजी व्यापार पर भी कर अदायगी से बचने के लिए दस्तकों (dastaks) का दुरुपयोग कर रहे थे।
2. मुर्शीद कुली ख़ान से लेकर अलीवर्दी ख़ान तक बंगाल के सभी नवाबों ने दस्तक के दुरुपयोग को मजबूती से नियंत्रित किया था। यद्यपि कंपनी इस नियंत्रण को स्वीकार करने के लिए बाध्य थी, तथापि इसके कर्मचारी इससे बचने और इसकी अवहेलना करने के प्रत्येक अवसर का लाभ उठाते थे।
3. इस मामले में तब तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गयी जब सिराज-उद्-दौला ने कंपनी से उसी आधार पर व्यापार करने को कहा जैसा कि मुर्शीद कुली खान के शासनकाल में था जब कंपनी को कोई रियायत नहीं दी गई थी। लेकिन कंपनी ने इस पर सहमत होने के बजाय कलकत्ता (जो उनके नियंत्रण में था) में प्रवेश करने वाली भारतीय वस्तुओं पर भारी शुल्क लगा दिया।
4. इसके अतिरिक्त, उन्होंने नवाब की अनुमति के बिना कलकत्ता की किलेबंदी भी शुरू कर दी क्योंकि चंद्रनगर में फ्रांसीसी तैनात थे।
5. जब नवाब के किलेबंदी को ढहाने के आदेश का केवल फ्रांसीसीयों द्वारा ही पालन किया गया तो इसे नवाब ने अपनी संप्रभुता पर हमले के रूप में देखा।
6. इसलिए नवाब ने कार्रवाई करते हुए कासिमबाजार में अंग्रेजी कारखाने को जब्त कर लिया और 20 जून 1756 को फोर्ट विलियम पर कब्जा कर लिया, जहां ब्लैक होल ट्रेजेडी की घटना हुई। नवाब अपनी आसान जीत का जश्न मनाने के लिए कलकत्ता से लौट गया।
7. हालाँकि ब्रिटिश मद्रास से सहायता की प्रतीक्षा कर रहे थे। इस दौरान युद्ध के लिए प्लासी रवाना होने से पहले उन्होंने नवाब के प्रधान सेनापति मीर जाफ़र और उनके मुख्य खजांची राय दुर्लभ के साथ मिलकर एक षडयंत्र तैयार किया।
8. क्लाइव के नेतृत्व में लड़ाई अंग्रेजों ने अपने विश्वासघाती जाल के कारण जीती थी, जिसके तहत नवाब की सेना के अधिकांश हिस्से ने लड़ाई में कोई भाग नहीं लिया था।
यद्यपि यह युद्ध सामरिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण नहीं था क्योंकि इसमें अंग्रेजी सेना के द्वारा सैन्य श्रेष्ठता नहीं दिखाई गई थी, तथापि निम्नलिखित कारणों से इस युद्ध को भारतीय इतिहास में अत्यधिक महत्व प्राप्त हुआ:
1. इस युद्ध ने निश्चित रूप से अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी को एक आर्थिक इकाई से राजनीतिक सत्ता के रूप में स्थापित कर दिया। इसने बंगाल में ब्रिटिश आधिपत्य और अंततः पूरे भारत में ब्रिटिश विस्तार का मार्ग प्रशस्त किया।
2. इसके अतिरिक्त बंगाल के समृद्ध राजस्व ने उन्हें एक मजबूत सेना को संगठित करने के लिए प्रेरित किया जिसका उपयोग उनके द्वारा अपने प्रभाव का विस्तार दक्षिण भारत में भी करने के लिए किया गया।
3. बंगाल पर नियंत्रण ने आंग्ल-फ्रांसीसी संघर्ष में एक निर्णायक भूमिका निभाई और भविष्य में फ्रांसीसियों के अधिकार वाले क्षेत्र भी अंग्रेजों को प्राप्त हो गए।
4. अंत में प्लासी की जीत ने कंपनी और उसके कर्मचारियों को बंगाल के असहाय लोगों की कीमत पर अथाह धन अर्जित करने में सक्षम बनाया।
निष्कर्ष:
1757 में प्लासी के युद्ध की घटनाओं को राजनीतिक साज़िशों और विश्वासघातों द्वारा चिह्नित किया गया था। इसका ऐतिहासिक महत्व ईस्ट इंडिया कंपनी को एक प्रमुख औपनिवेशिक शक्ति में परिवर्तित करने, भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व की नींव रखने और भारतीय इतिहास की दिशा को आकार देने में निहित है। इन परिणामों के कारण कई इतिहासकारों ने टिप्पणी की है कि प्लासी के युद्ध ने एक युग का अंत और दूसरे युग का आरंभ किया था।